गुरुवार, 28 जून 2018

आज थियेटर में संजू चीखेगा की वो आतंकवादी नही है।

आज थियेटर में संजू चीखेगा की वो आतंकवादी नही है।

इससे पहले हम देख चुके की दाऊद भी आतंकवादी नही था। बस एक महत्वाकांक्षी बालक था। याकूब मेमन तो बस एक व्यापारी था। यासीन भटकल इंजिनीअर है जिसे नौकरी नही मिली। और बुरहान वाणी 90 बलात्कार और 100 से ज्यादा हत्या के बाद भी एक हेडमास्टर का बेटा है।

दुर्दशा ये है कि हम ऐसे लोगो को ग्लोरीफाई कट रहे जिनका अपराध उनकी इच्छा है। उनका नशा है। हम उस अपराध में एक उत्तेजना और एक न्यायपाल्य कारक खोज रहे। यह उनकी अहम की तुष्टि का नमूना है।

 

ऐसे हीरो हमे कहाँ ले जाएंगे। क्या हम बच्चों से कह रहे कि बेटा देखो तुम हमेशा हीरो रहोगे । तुम्हारे साथ सब अच्छा हुआ तो ठीक। नही तो तुम बुरे बन जाना।

यह नरगिस का बेटा है। नरगिस का एक बेटा मदर इंडिया में भी था। जिसे उसने गोली मार दी।

माता अहिल्या बाई होलकर और बहादुर कलारिन ने ऐसा रियल लाइफ में किया।

अब हमारे लिए बेटे अहम है।

और फिर हम सवाल करते है। कि भला समाज ऐसा क्यों है।

शुक्रवार, 15 जून 2018

क्या सच मे भगवान बीमार है

भगवान बीमार है।

 भगवान जगन्नाथ बीमार है। एक अखबार ने छापा और लो टूट पड़े यह कह कर देखो ये अंधविश्वास इनका भगवान भी बीमार है।

     जिस अब्रह्मिकता ने आपको जकड़ रखा है। वहां भगवान और भक्त का यह रूप समझना मुश्किल है। यह समझना मुश्किल है कि कैसे मीरा कान्हा में समा गयी।

     छोड़िए। भगवान के बीमार होने के आशय पर आते है। जेठ के अंतिम दिन भगवान बीमार होते है। तब उन्हें पथ्य दिया जाता है।

     वो फ़िल्म याद है जिसमे अमिताभ अपनी पत्नी के लिये करवाचौथ रखते है।

    कुछ वैसा ही उड़ीसा बंगाल और छत्तीसगढ़ के हजारों श्रद्धालुओं इस पन्द्रह दिन निरामिष भोज करते है।

   बरसात की मछली और गन्दगी से बचने में यह कितनी कारगर है।

  सोचिये कितने सालो से एक श्रद्धा एक विश्वास महामारी से कई पीढ़ी बचाते आयी है।

      खैर ईद मुबारक।