इस देश की आत्मा राम है।
राम किसी से भय नही रखते , वे भी रखते है अपकीर्ति से।
इस देश मे अपकीर्ति के शिखर पर बैठा है गोडसे।
यहाँ सब को क्षमा है। हर अपराधी के साथ कोई न कोई खड़ा है।
कुख्यात से कुख्यात आतंकवादी की बरसी से लेकर लिगेसी सेलेब्रेट करते लोग आपको मिल जायेंगे।
बस गोडसे का नाम लेना आपको अपराधी बनाता है।
अगर किसी तरह आपको गोडसे के साथ इन्वॉल्व कर दिया गया तब तो आप कलंक के ब्लैकहोल में चले गए।
गोडसे के अपयश को हर तरीके से भुनाया जाता है।
गाँधी के बरक्स उन्हें खड़ा कर हर प्रोपगंडा सही हो जाता है।
कांग्रेस चुनाव हार गयी। गाँधी का देश गोडसे का हो गया।
गाँधी के नाम पर इस देश मे कुछ भी थोप सकते है। अगर किसी ने चु की तो वह गोडसे का हो गया।
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